Stock Market Highlights 5 August: 5 अगस्त, 2024 को भारतीय शेयर बाजार सतर्क रुख के साथ खुले। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच भारत के बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने दिन की शुरुआत सपाट से लेकर नकारात्मक नोट पर की। यहाँ दिन की बाजार गतिविधि का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है, जिसमें प्रमुख मीट्रिक, रुझान और महत्वपूर्ण घटनाएँ शामिल हैं।
Stock Market Highlights 5 August – Sensex and Nifty Performance
बीएसई पर सबसे बड़े और सबसे अधिक सक्रिय रूप से कारोबार करने वाले 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव भरा सत्र देखने को मिला। शुरुआत में इसमें कुछ लचीलापन दिखा, लेकिन जल्द ही यह लाल निशान में चला गया। दोपहर तक सेंसेक्स में 3% की गिरावट आ चुकी थी, जो वैश्विक आर्थिक स्थितियों और घरेलू बाजार की अनिश्चितताओं को लेकर निवेशकों की चिंताओं को दर्शाता है।
इसी तरह, निफ्टी 50, जिसमें एनएसई पर सूचीबद्ध 50 प्रमुख स्टॉक शामिल हैं, ने सेंसेक्स के प्रदर्शन को प्रतिबिंबित किया। निफ्टी थोड़ा कम खुला और ऊपर की ओर गति पाने के लिए संघर्ष किया। दोपहर के सत्र तक, निफ्टी में 2.5% की गिरावट आई थी, जो सभी क्षेत्रों में व्यापक-आधारित बिक्री दबाव को दर्शाता है।
Key Indices and Sector Performance
GIFT Nifty
भारतीय शेयरों के लिए ऑफशोर डेरिवेटिव मार्केट GIFT निफ्टी में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआत में, इसने सकारात्मक कारोबार किया, लेकिन गति को बरकरार नहीं रख सका, दिन के अंत में इसमें 1% की मामूली बढ़त दर्ज की गई। मिश्रित प्रदर्शन ने प्रमुख आर्थिक आंकड़ों के जारी होने से पहले निवेशकों की सतर्कता को दर्शाया।
Sectoral Analysis
- बैंकिंग सेक्टर: बैंकिंग सेक्टर दबाव में रहा, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के शेयर की कीमतों में गिरावट देखी गई। बढ़ती गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) और विनियामक चुनौतियों को लेकर चिंताओं के कारण बैंकिंग इंडेक्स में 4% की गिरावट आई।
- आईटी सेक्टर: आईटी सेक्टर ने लचीलापन दिखाया, इंफोसिस और टीसीएस जैसे स्टॉक हरे रंग में कारोबार कर रहे हैं। सकारात्मक तिमाही नतीजों और डिजिटल सेवाओं की मजबूत मांग के कारण आईटी इंडेक्स में 2% की बढ़ोतरी हुई।
- फार्मास्युटिकल सेक्टर: फार्मास्युटिकल सेक्टर में मिला-जुला प्रदर्शन देखने को मिला। जहां डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज जैसी कंपनियों ने बढ़त दिखाई, वहीं डिविस लैबोरेटरीज जैसी अन्य कंपनियों को बिकवाली का दबाव झेलना पड़ा, जिससे कुल मिलाकर सेक्टर में 15% की गिरावट आई।
Global Market Influence
भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन वैश्विक बाजार के रुझानों से काफी प्रभावित रहा। जापान के निक्केई और दक्षिण कोरिया के कोस्पी सहित एशियाई बाजारों में चीन में संभावित आर्थिक मंदी और क्षेत्र में भू-राजनीतिक तनाव की चिंताओं के कारण गिरावट दर्ज की गई। निक्केई में 5% की गिरावट आई, जबकि कोस्पी में 4% की गिरावट आई।
इसके विपरीत, अमेरिकी बाजार पिछले सत्र में सकारात्मक रूप से बंद हुए थे, जिसमें प्रमुख टेक कंपनियों की मजबूत आय रिपोर्ट के कारण नैस्डैक कंपोजिट में 7% की वृद्धि हुई थी। हालांकि, अन्य एशियाई अर्थव्यवस्थाओं से मिले-जुले संकेतों के कारण अमेरिका से सकारात्मक भावना भारतीय बाजारों में पूरी तरह से नहीं बदली।
Key Economic Data and Announcements
- रुपया बनाम डॉलर: भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होता जा रहा है। कारोबारी सत्र के अंत तक रुपया डॉलर के मुकाबले77 पर कारोबार कर रहा था, जो 0.1% की गिरावट दर्शाता है। कमजोर होते रुपये ने मुद्रास्फीति के दबाव और आयात लागत में वृद्धि के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।
- कॉर्पोरेट आय: चालू आय सत्र में मिश्रित परिणाम देखने को मिले। जहां कुछ कंपनियों ने मजबूत तिमाही प्रदर्शन की सूचना दी, वहीं अन्य बाजार की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं। निवेशक सतर्क रहे, उन्होंने कंपनियों के आगे के मार्गदर्शन और वैश्विक आर्थिक स्थितियों के संभावित प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया।
- आर्थिक संकेतक: निवेशकों को औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति दर जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतकों का इंतजार था। इन संकेतकों से भारतीय अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिलने और आने वाले दिनों में बाजार की धारणा को प्रभावित करने की उम्मीद थी।
Top Losers
- Infosys: मजबूत तिमाही आय और सकारात्मक विकास परिदृश्य के कारण आईटी दिग्गज के शेयर में 3.6% की बढ़ोतरी हुई।
- Reliance Industries: समूह के शेयर मूल्य में 8% की वृद्धि देखी गई, जिसे इसके खुदरा और दूरसंचार क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन का समर्थन प्राप्त हुआ।
- Tata Motors: ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी को अपने इलेक्ट्रिक वाहन पहल के प्रति सकारात्मक बाजार भावना के कारण 7% का लाभ हुआ।
- SBI: ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी को अपनी इलेक्ट्रिक वाहन पहल के प्रति सकारात्मक बाजार भावना के कारण 7% का लाभ हुआ।
- Divis Laboratories: फार्मास्युटिकल कंपनी के शेयर में 3.2% की गिरावट आई, जो इस क्षेत्र में मिश्रित प्रदर्शन को दर्शाता है।
- HDFC Bank: बैंकिंग क्षेत्र में समग्र कमजोरी के कारण बैंक के शेयर में 2.6% की गिरावट आई।
Expert Insights
बाजार विशेषज्ञों ने दिन के कारोबारी सत्र के बारे में विभिन्न जानकारियाँ दीं। विश्लेषकों के अनुसार, सतर्क बाजार भावना मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों से प्रेरित थी। उन्होंने वैश्विक आर्थिक विकास और प्रमुख घरेलू आर्थिक संकेतकों पर बारीकी से नज़र रखने के महत्व पर ज़ोर दिया।
भारतीय शेयर बाजारों के लिए निकट अवधि का दृष्टिकोण मिश्रित बना हुआ है। जबकि मजबूत कॉर्पोरेट आय और सकारात्मक घरेलू आर्थिक संकेतक समर्थन प्रदान कर सकते हैं, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएँ और भू-राजनीतिक तनाव जोखिम पैदा करते हैं। निवेशकों को सतर्क रहने और अच्छी वृद्धि संभावनाओं वाले मौलिक रूप से मजबूत शेयरों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।
5 अगस्त, 2024 को हुए कारोबारी सत्र ने वैश्विक आर्थिक स्थितियों और घरेलू आर्थिक संकेतकों के प्रति भारतीय शेयर बाजारों की संवेदनशीलता को उजागर किया। प्रमुख सूचकांकों और क्षेत्रों के मिश्रित प्रदर्शन ने निवेशकों की सावधानी और मौजूदा बाजार परिवेश में सावधान दृष्टिकोण की आवश्यकता को दर्शाया। चूंकि बाजार अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं, इसलिए निवेशकों के लिए सूचित रहना और अच्छी तरह से शोध किए गए निवेश निर्णय लेना महत्वपूर्ण होगा।
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