Ola Electric ने पिछले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में एक बड़ी पहचान बनाई है। हालाँकि, सितंबर 2024 में कंपनी की बिक्री में गिरावट देखी गई, जिससे उनकी मार्केट शेयर 27% तक कम हो गई। पहली तिमाही में कंपनी ने 49% की हिस्सेदारी हासिल की थी, जो अब लगभग आधी हो गई है। सरकारी डेटा के अनुसार, यह गिरावट कई कारणों से हुई है, जिनमें बढ़ती प्रतिस्पर्धा, उपभोक्ता की नकारात्मक धारणा, और सरकारी योजनाओं से संबंधित चुनौतियाँ शामिल हैं।
इस ब्लॉग में, हम उन प्रमुख कारणों पर चर्चा करेंगे जिन्होंने Ola Electric की मार्केट हिस्सेदारी में इस गिरावट को प्रेरित किया है।
Ola Electric की बिक्री में गिरावट
सितंबर 2024 में Ola Electric ने 23,965 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री की। यह इस साल का सबसे कम मासिक बिक्री आँकड़ा है। इसके साथ ही, लगातार दूसरे महीने में कंपनी की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। Ola Electric ने भारतीय मार्केट में कई छोटी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना किया है, जिसके चलते उसकी मार्केट हिस्सेदारी में कमी आई है।
बाज़ार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
Ola Electric की मार्केट हिस्सेदारी में गिरावट का एक मुख्य कारण बाज़ार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा है। विशेष रूप से Bajaj Auto और TVS Motor ने Ola Electric की हिस्सेदारी को चुनौती दी है।
Bajaj Auto का उदय
Bajaj Auto ने अपने Chetak ई-स्कूटर को मार्केट में मजबूती से स्थापित किया है। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने डीलरशिप नेटवर्क में भी बढ़ोतरी की है। पिछले एक साल में Bajaj ने अपने डीलरशिप को 100 से बढ़ाकर 500 कर लिया है। वहीं, Ola Electric की डीलरशिप नेटवर्क में केवल मामूली बढ़ोतरी हुई है – 750 से 800।
TVS Motor की बढ़त
TVS Motor ने भी अपनी हिस्सेदारी को लगातार पाँच महीने तक बढ़ाया है, जिससे Ola के लिए प्रतिस्पर्धा और मुश्किल हो गई है। TVS ने अपने नए मॉडल्स को लॉन्च किया है जो Ola Electric के मॉडलों के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा में हैं।
श्राद्ध पीरियड और उपभोक्ता धारणा
भारत में श्राद्ध का समय (Shradh period) एक धार्मिक समय होता है जिसमें नए उत्पादों की खरीद को शुभ नहीं माना जाता। यह भी एक कारण है जिसकी वजह से Ola Electric की बिक्री में गिरावट आई। इस पीरियड में आमतौर पर नई गाड़ियाँ और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री कम हो जाती है, और सितंबर में ऐसा ही हुआ।
हालाँकि, यह एक मौसमी प्रभाव होता है और इसकी भरपाई अक्टूबर और नवंबर में होने की उम्मीद होती है, लेकिन Ola Electric की गिरती धारणा ने इस पर और भी नकारात्मक प्रभाव डाला।
उपभोक्ता शिकायतें और सेवा नेटवर्क
एक और महत्वपूर्ण कारण उपभोक्ताओं की बढ़ती शिकायतें हैं। Ola Electric के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के सर्विसिंग और गुणवत्ता से जुड़ी कई शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों ने कंपनी की साख को नुकसान पहुँचाया है। एक हालिया घटना में, कर्नाटक में एक ग्राहक ने असंतोषजनक सेवा के कारण Ola Electric के एक शोरूम में आग लगा दी थी।
Ola के स्कूटर्स की मांग और बिक्री तो बढ़ रही है, लेकिन सर्विसिंग नेटवर्क में कमी के कारण ग्राहक अनुभव खराब हुआ है। कई ग्राहक अपने स्कूटर्स की समय पर सर्विसिंग न मिलने से परेशान हैं। इससे उनकी ब्रांड इमेज पर भी असर पड़ा है, और यह उपभोक्ता विश्वास को कम करने वाला प्रमुख कारण बन गया है।
PM E-DRIVE Scheme और Ola की चुनौतियाँ
एक और बड़ा कारण सरकारी योजना से जुड़ा है। हाल ही में भारतीय सरकार ने ₹10,900 करोड़ की PM E-DRIVE Scheme के तहत पैसेंजर वाहनों को बाहर कर दिया। इस योजना के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को इंसेंटिव्स मिलते हैं, जो उपभोक्ताओं के लिए उन्हें खरीदना आसान बनाते हैं। Ola Electric को इस योजना का नुकसान हुआ क्योंकि उनके कुछ स्कूटर इस योजना के तहत इंसेंटिव्स से वंचित रह गए।
यह सरकारी योजना इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रमोट करने का एक प्रमुख जरिया थी, और इसके बाहर होने से Ola की बिक्री में भी कमी आई है।
Ola Electric के कदम
Ola Electric अपनी गिरती हिस्सेदारी को सुधारने के लिए कई कदम उठा रही है। हाल ही में कंपनी ने अपने S1 X 2kWh स्कूटर के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) स्कीम के तहत अनुपालन प्रमाणपत्र प्राप्त किया है।
कंपनी के पास अब पाँच ऐसे उत्पाद हैं जो PLI स्कीम के अंतर्गत प्रमाणित हैं। ये पाँच उत्पाद प्रीमियम और मास-मार्केट दोनों क्षेत्रों में आते हैं। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने सर्विसिंग नेटवर्क को भी सुधारने की दिशा में काम करना शुरू किया है।
Ola Electric का भविष्य
हालाँकि Ola Electric को अभी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, कंपनी ने भारतीय इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में अपनी पहचान को बरकरार रखा है। कंपनी के पास मार्केट में बड़े मॉडल्स और इनोवेशन की शक्ति है, जिससे वह भविष्य में अपनी हिस्सेदारी को फिर से बढ़ा सकती है।
लेकिन कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी अपनी सर्विसिंग और उपभोक्ता अनुभव में सुधार करना। यदि Ola Electric अपनी सर्विसिंग नेटवर्क को मजबूत बनाती है और उपभोक्ता शिकायतों को गंभीरता से लेती है, तो वह फिर से मार्केट लीडर बनने में सक्षम हो सकती है।
सितंबर 2024 में Ola Electric की बिक्री में गिरावट कई कारकों के कारण हुई है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा, उपभोक्ता धारणा में गिरावट, और सरकारी योजनाओं से बाहर होना इसके प्रमुख कारण हैं। हालाँकि कंपनी अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए काम कर रही है, उसे अपने सर्विसिंग नेटवर्क और उपभोक्ता अनुभव में सुधार करने की आवश्यकता है।
अगर कंपनी इन चुनौतियों से निपटने में सफल होती है, तो वह फिर से इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में अपनी लीडरशिप को बहाल कर सकती है।
Ola Electric ने भारतीय इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में एक मजबूत शुरुआत की थी, लेकिन हालिया महीनों में उसकी मार्केट हिस्सेदारी में गिरावट आई है। कंपनी को भविष्य में बढ़ने के लिए प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा और उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाना होगा। यदि कंपनी इन पहलुओं पर ध्यान देती है, तो वह अपने लिए एक स्थायी भविष्य बना सकती है।
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