Indian Shooters in Paralympics 2024: मोना अग्रवाल, सिद्धार्थ बाबू क्वालीफाई करने में असफल

Colleen Willy
9 Min Read

Paralympic Games 2024 में भारतीय शूटर्स ने कई शानदार प्रदर्शन किए, लेकिन Mixed 50m Rifle Prone (SH1) इवेंट में फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे। Mona Agarwal और Sidhartha Babu ने इस इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन दोनों ही शूटर्स अपने प्रदर्शन को उस स्तर तक नहीं ले जा सके, जहां से वे फाइनल में क्वालीफाई कर सकें। यह प्रदर्शन भारत के लिए भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन इन खिलाड़ियों का सफर और संघर्ष अपने आप में प्रेरणादायक है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस इवेंट के परिणामों, भारतीय शूटर्स के प्रदर्शन, और SH1 वर्गीकरण के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

Mona Agarwal और Sidhartha Babu का प्रदर्शन

Mona Agarwal का प्रदर्शन

Mona Agarwal, जो 2024 के खेलों में पहले ही 10m Air Rifle (SH1) में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं, ने Mixed 50m Rifle Prone (SH1) इवेंट में 30वां स्थान प्राप्त किया। उनके कुल स्कोर की बात करें तो उन्होंने छह सीरीज में 610.5 का स्कोर हासिल किया। प्रत्येक सीरीज में उन्होंने निम्नलिखित स्कोर बनाए:

  • पहली सीरीज: 104.5
  • दूसरी सीरीज: 100.8
  • तीसरी सीरीज: 99.2
  • चौथी सीरीज: 101.9
  • पाँचवीं सीरीज: 101.7
  • छठी सीरीज: 102.4

Mona ने 2021 में शूटिंग को अपना करियर बनाया था, और अब तक उन्होंने दो वर्ल्ड कप गोल्ड मेडल भी जीते हैं। यह उनकी प्रतिभा और मेहनत को दर्शाता है, लेकिन इस इवेंट में उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी।

Sidhartha Babu का प्रदर्शन

Sidhartha Babu, जो कुछ दिन पहले Mixed 10m Air Rifle Prone (SH1) क्वालिफिकेशन में 28वें स्थान पर रहे थे, इस इवेंट में भी अपनी गेम को उस स्तर तक नहीं ले जा सके जहां वे फाइनल में पहुंच सकें। Sidhartha ने इस इवेंट में 22वां स्थान प्राप्त किया और उनका कुल स्कोर 615.8 रहा। उन्होंने छह सीरीज में निम्नलिखित स्कोर बनाए:

  • पहली सीरीज: 101.0
  • दूसरी सीरीज: 102.0
  • तीसरी सीरीज: 103.1
  • चौथी सीरीज: 104.6
  • पाँचवीं सीरीज: 101.7
  • छठी सीरीज: 103.4

उनका स्कोर अच्छा था, लेकिन फाइनल के लिए पर्याप्त नहीं था। उनके प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश है और भविष्य में वह और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

SH1 वर्गीकरण क्या है?

Paralympics में शूटिंग के कई वर्गीकरण होते हैं और SH1 उनमें से एक है। SH1 वर्गीकरण उन एथलीट्स के लिए होता है जो शारीरिक रूप से अपने गन को बिना किसी मुश्किल के पकड़ सकते हैं और खड़े या बैठे हुए (व्हीलचेयर या कुर्सी पर) शूटिंग कर सकते हैं। इसमें शूटर्स पिस्टल या राइफल दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

SH1 वर्ग में खेलना आसान नहीं होता, क्योंकि इसमें शरीर की सीमाओं के बावजूद अत्यधिक फोकस और स्थिरता की जरूरत होती है। Mona और Sidhartha जैसे एथलीट्स ने इस वर्ग में कड़ी मेहनत और डेडिकेशन के साथ हिस्सा लिया, जो वास्तव में प्रेरणादायक है।

क्वालिफिकेशन राउंड में टॉप स्कोरर

इस इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में Spain के Juan Antonio Reinaldo ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कुल 626.9 का स्कोर हासिल किया, जो फाइनल में जगह बनाने के लिए सबसे ऊंचा स्कोर था। Juan Antonio ने अपनी स्थिरता और सटीकता के साथ बाकी खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया और फाइनल में पहुंच गए।

भारतीय शूटर्स के लिए अब तक का प्रदर्शन

हालांकि Mona और Sidhartha इस इवेंट में फाइनल तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन भारतीय शूटर्स ने अब तक के Paris Paralympics 2024 में शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम ने अब तक चार मेडल अपने नाम किए हैं, जिनमें एक गोल्ड और एक सिल्वर भी शामिल हैं।

यह भारतीय शूटर्स के लिए एक शानदार उपलब्धि है और यह बताता है कि भारत पैरालंपिक खेलों में अब एक मजबूत उपस्थिति दर्ज कर रहा है। चाहे वह Mona का 10m Air Rifle में ब्रॉन्ज मेडल हो या अन्य शूटर्स का योगदान, इन उपलब्धियों ने भारत को गर्व का कारण दिया है।

भविष्य की उम्मीदें

Indian शूटर्स का प्रदर्शन भले ही इस इवेंट में फाइनल तक पहुंचने में नाकाम रहा हो, लेकिन उनके प्रयास और कठिनाइयों से संघर्ष की कहानी किसी मेडल से कम नहीं है। Mona और Sidhartha दोनों ने दिखाया है कि वे चुनौतियों से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

Mona के लिए अगला कदम

Mona ने 2021 में शूटिंग को गंभीरता से लिया और बहुत कम समय में उन्होंने दो World Cup gold medals भी जीते। उनका अब तक का सफर प्रेरणादायक रहा है और भविष्य में उनसे और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है। वह अपनी गलतियों से सीखेंगी और आगामी प्रतियोगिताओं में और भी मजबूती से वापसी करेंगी।

Sidhartha का सुधार

Sidhartha Babu का प्रदर्शन निरंतर सुधार की दिशा में है। उनके स्कोर में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और आने वाले समय में वह भी भारतीय शूटिंग टीम के मजबूत सदस्य बन सकते हैं। इस इवेंट में भले ही वह फाइनल में जगह नहीं बना सके, लेकिन उनके भविष्य में और बेहतर परिणाम आने की संभावनाएं हैं।

SH1 इवेंट में शूटिंग की चुनौतियाँ

SH1 वर्गीकरण में शूटिंग करना अन्य वर्गीकरण की तुलना में काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इस वर्ग के एथलीट्स को न केवल शारीरिक सीमाओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी बहुत मजबूत होना पड़ता है। स्थिरता, फोकस और धैर्य इस इवेंट में सफलता की कुंजी होते हैं।

Mona और Sidhartha दोनों ही इस चुनौतीपूर्ण इवेंट का हिस्सा बने और उन्होंने इसे अच्छे से निभाया। यह उनकी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है कि वे भविष्य में और भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।

Paralympic Games 2024 में Mona Agarwal और Sidhartha Babu ने Mixed 50m Rifle Prone (SH1) इवेंट में अपने बेस्ट प्रदर्शन के साथ हिस्सा लिया। हालांकि, वे फाइनल में जगह नहीं बना सके, लेकिन उनके प्रयास और संघर्ष को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। Indian shooters का अब तक का प्रदर्शन प्रेरणादायक रहा है और यह भविष्य के लिए एक मजबूत संकेत है कि भारतीय खिलाड़ी आगे चलकर और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करेंगे।

SH1 वर्गीकरण में खेलना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन Mona और Sidhartha ने इसे अपने अनुभव से पार करने की कोशिश की है। भविष्य में उनके प्रदर्शन में और सुधार देखने को मिल सकता है, और उम्मीद है कि वे आगे चलकर और भी बड़ी सफलताएँ हासिल करेंगे।

Indian shooting team का अब तक का प्रदर्शन शानदार रहा है, और उन्होंने चार मेडल अपने नाम किए हैं। यह भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गर्व की बात है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।

Paris Paralympics 2024 ने हमें दिखाया है कि भारतीय पैरालंपिक एथलीट्स में कितनी काबिलियत है, और यह सफर यहीं खत्म नहीं होता। उम्मीद है कि आने वाले इवेंट्स में Mona, Sidhartha, और अन्य Indian shooters अपनी मेहनत और प्रयास से और भी ऊंचाइयाँ छूएंगे।

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