Gold & Silver Price Today 3 October: गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात है, और इसे लेकर निवेशकों के बीच हमेशा से एक खास रुचि बनी रहती है। इस हफ्ते MCX (Multi Commodity Exchange) में गोल्ड और सिल्वर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमतों में कुछ हलचल देखने को मिली। खासकर गोल्ड के दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमतें Rs 76,120 प्रति 10 ग्राम पर फ्लैट ओपन हुईं, जो 0.35% या Rs 270 की गिरावट थी। वहीं, सिल्वर दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स Rs 91,825 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड हो रही थीं, जो 0.49% या Rs 450 की बढ़त के साथ थी।
गोल्ड और सिल्वर की इस हफ्ते की चाल
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में इस हफ्ते अब तक कुछ सुधार देखा गया है। गोल्ड की कीमतों में Rs 400 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई, जबकि सिल्वर की कीमतों में Rs 430 प्रति किलोग्राम का इज़ाफा देखा गया। बुधवार के दिन घरेलू बाजार में गोल्ड और सिल्वर ने सकारात्मक रुख अपनाया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में यह मिलाजुला प्रदर्शन रहा। गोल्ड दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट Rs 76,390 प्रति 10 ग्राम पर सेटल हुआ, जो 1.03% की बढ़त थी, जबकि सिल्वर दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट Rs 91,375 प्रति किलोग्राम पर 0.72% की बढ़त के साथ समाप्त हुआ।
गोल्ड और सिल्वर में उतार-चढ़ाव के कारण
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में उतार-चढ़ाव का प्रमुख कारण मध्य-पूर्व संकट और डॉलर इंडेक्स में मजबूती रही। इस हफ्ते गोल्ड ने रिकॉर्ड हाई मारा, लेकिन अमेरिकी ADP नॉन-फार्म पेरोल डेटा के सकारात्मक परिणामों के चलते यह अपने लाभ को बनाए रखने में विफल रहा। अमेरिकी प्राइवेट सेक्टर ने पिछले महीने 1,43,000 नई नौकरियों का सृजन किया, जबकि अनुमान 1,24,000 नौकरियों का था। इस आंकड़े ने डॉलर को मजबूत किया, जिससे गोल्ड की कीमतों पर दबाव पड़ा।
प्रमुख भारतीय शहरों में गोल्ड की कीमतें
भारतीय बाजार में विभिन्न शहरों में गोल्ड की कीमतों में भी अंतर देखा गया है। नीचे दी गई तालिका में 22 कैरेट और 24 कैरेट गोल्ड की आज की कीमतें दर्शाई गई हैं:
शहर | 22 कैरेट गोल्ड की कीमत (Rs/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड की कीमत (Rs/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 71,160 | 77,610 |
मुंबई | 71,010 | 77,460 |
अहमदाबाद | 71,060 | 77,510 |
चेन्नई | 71,010 | 77,460 |
कोलकाता | 71,010 | 77,460 |
गुरुग्राम | 71,160 | 77,610 |
लखनऊ | 71,160 | 77,610 |
बेंगलुरु | 71,010 | 77,460 |
जयपुर | 71,160 | 77,610 |
पटना | 71,060 | 77,510 |
भुवनेश्वर | 71,010 | 77,460 |
हैदराबाद | 71,010 | 76,890 |
Gold के Retail Price का निर्धारण
गोल्ड की रिटेल प्राइस एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो उपभोक्ताओं के लिए इसके अंतिम मूल्य को दर्शाता है। भारत में गोल्ड की रिटेल प्राइस विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतें: वैश्विक स्तर पर गोल्ड की कीमतें अमेरिकी डॉलर में निर्धारित होती हैं। जब इन कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार में गोल्ड की कीमतों पर भी पड़ता है।
- भारतीय रुपए का मूल्य: डॉलर और रुपए के बीच एक्सचेंज रेट का गोल्ड की कीमत पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यदि डॉलर मजबूत होता है और रुपया कमजोर, तो गोल्ड की कीमतें बढ़ती हैं।
- मांग और आपूर्ति: गोल्ड की मांग और आपूर्ति भी कीमतों को प्रभावित करती है। जब त्योहारी या शादी का मौसम आता है, तो गोल्ड की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं।
- आयात शुल्क और टैक्स: भारत में गोल्ड की कीमतों पर आयात शुल्क और जीएसटी (GST) का भी प्रभाव होता है। सरकार द्वारा निर्धारित आयात शुल्क में बदलाव गोल्ड की कीमतों में वृद्धि या गिरावट का कारण बनता है।
Gold Investment: क्या इसे सही मानें?
गोल्ड में निवेश भारतीयों के लिए एक परंपरागत और सुरक्षित विकल्प माना जाता है। इसकी कीमतें दीर्घकालिक निवेश के रूप में स्थिर रहती हैं, और समय के साथ इसमें वृद्धि होने की संभावना रहती है। गोल्ड न केवल संकट के समय में एक सुरक्षित निवेश विकल्प होता है, बल्कि यह आर्थिक अनिश्चितता के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन करता है।
गोल्ड के फायदे:
- मूल्य की स्थिरता: गोल्ड की कीमतें अन्य संपत्तियों की तुलना में स्थिर रहती हैं, खासकर जब बाजार में अनिश्चितता होती है।
- लिक्विडिटी: गोल्ड को आसानी से बेचा जा सकता है, और यह तुरंत नकदी में परिवर्तित हो सकता है।
- हेजिंग टूल: गोल्ड मुद्रास्फीति के खिलाफ एक हेजिंग टूल के रूप में कार्य करता है। जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो गोल्ड की कीमतें भी बढ़ने की प्रवृत्ति रखती हैं।
- आभूषण के रूप में उपयोग: गोल्ड का उपयोग आभूषण के रूप में भी किया जाता है, जो इसे निवेश के साथ-साथ एक सांस्कृतिक महत्व भी प्रदान करता है।
गोल्ड में निवेश के तरीके:
- फिजिकल गोल्ड: आप सोने के सिक्के, बार्स या आभूषण खरीद सकते हैं। यह सबसे पारंपरिक तरीका है।
- गोल्ड ETF: यह एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड होता है, जिसे आप शेयर बाजार में निवेश की तरह खरीद सकते हैं।
- गोल्ड फंड्स: म्यूचुअल फंड्स जो गोल्ड में निवेश करते हैं, वे भी एक विकल्प हो सकते हैं।
- सोवरन गोल्ड बॉन्ड: सरकार द्वारा जारी किए गए गोल्ड बॉन्ड्स एक सुरक्षित और ब्याज देने वाला विकल्प होते हैं।
भारतीय बाजार में गोल्ड की भविष्यवाणी
भारतीय बाजार में गोल्ड की कीमतें काफी हद तक वैश्विक घटनाओं और आर्थिक स्थितियों पर निर्भर करती हैं। वर्तमान में, वैश्विक बाजार में जो अस्थिरता और अनिश्चितता है, उसका गोल्ड की कीमतों पर प्रभाव साफ दिखता है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में गोल्ड की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर जब दुनिया भर में आर्थिक अस्थिरता और राजनीतिक संकट जारी हैं।
वहीं, अमेरिकी डॉलर की मजबूती भी गोल्ड की कीमतों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। यदि डॉलर और मजबूत होता है, तो गोल्ड की कीमतों में थोड़ी नरमी देखने को मिल सकती है। लेकिन लंबे समय में, गोल्ड एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना रहेगा, खासकर उन निवेशकों के लिए जो आर्थिक संकट के दौरान अपने पोर्टफोलियो में स्थिरता चाहते हैं।
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में उतार-चढ़ाव हमेशा से निवेशकों के लिए चिंता का विषय रहा है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से यह एक मजबूत और स्थिर निवेश विकल्प बना रहता है। मौजूदा वैश्विक संकट और आर्थिक अनिश्चितता के बीच, गोल्ड और सिल्वर दोनों ही निवेशकों के लिए एक सुरक्षित बंदरगाह साबित हो रहे हैं। यदि आप गोल्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इसे दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखें और अपनी वित्तीय योजनाओं के अनुसार इसे अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करें।
Indian market में गोल्ड की कीमतों का उतार-चढ़ाव कई बाहरी और आंतरिक कारकों से प्रभावित होता है। त्योहारी सीजन के दौरान मांग में वृद्धि हो सकती है, जिससे कीमतों में और इज़ाफा हो सकता है। इसलिए, गोल्ड के रिटेल प्राइस और उसकी बदलती स्थितियों पर नज़र रखना बेहद जरूरी है ताकि सही समय पर निवेश किया जा सके।
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