Gold & Silver Price Today 27 Sept: आज के समय में सोने और चांदी की कीमतों में बदलाव और आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार उनके उतार-चढ़ाव पर हर किसी की नजर रहती है। शुक्रवार सुबह घरेलू फ्यूचर्स मार्केट में सोने और चांदी की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। यह उछाल वैश्विक बाजार की सकारात्मक गतिविधियों को देखते हुए आया है। निवेशक खासतौर पर अमेरिका की कोर पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडीचर (PCE) प्राइस इंडेक्स डेटा का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें उन्नति की उम्मीद जताई जा रही है। इसके चलते अमेरिकी फेडरल रिजर्व से आक्रामक ब्याज दर कटौती की संभावना बढ़ रही है।
MCX पर Gold Futures की स्थिति
MCX (Multi Commodity Exchange) में अक्टूबर के सोने के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की कीमत आज सुबह ₹75,376 प्रति 10 ग्राम पर खुली। यह कीमत ₹11 की गिरावट के साथ 0.01% नीचे रही। वहीं, चांदी के दिसंबर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की कीमत ₹92,322 प्रति किलो रही, जिसमें 0.37% यानी ₹342 की कमी आई। पिछले एक हफ्ते में, सोने की कीमतों में ₹1,900 प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है, जबकि चांदी में ₹2,350 प्रति किलो का उछाल देखा गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने ने अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखी है। शुक्रवार को सोने की कीमत $2,670.50 प्रति औंस थी, जो पिछले सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। गुरुवार को सोने ने $2,685.42 प्रति औंस का उच्चतम स्तर छू लिया था, जबकि चांदी $32.71 प्रति औंस पर थी, जो दिसंबर 2012 के बाद का सबसे उच्चतम स्तर है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था का असर
हाल ही में आई रिपोर्ट से पता चला है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था दूसरी तिमाही में मजबूत बनी हुई है, जिससे विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मंदी की चिंताओं को कम किया जा सकता है।
अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पिछले तिमाही में 3% की दर से बढ़ा, जो कि एक संशोधित वार्षिक दर है। पहली तिमाही की वृद्धि को भी 1.6% से संशोधित कर 1.4% कर दिया गया है।
विशेषज्ञों की राय: Gold और Silver पर क्या करें?
LKP Securities के विशेषज्ञ त्रिवेदी के अनुसार, MCX पर सोने के लिए ₹74,800 का समर्थन स्तर रखा गया है, जबकि ₹76,000 का प्रतिरोध स्तर माना जा रहा है।
वहीं, Mehta Equities के VP राहुल कलंत्री के अनुसार, सोने के लिए $2,651-$2,640 के बीच समर्थन स्तर है, जबकि प्रतिरोध $2,684-$2,699 पर है। चांदी के लिए समर्थन $31.55-$31.35 के बीच है, और प्रतिरोध $32.05-$32.22 पर है।
INR में, सोने का समर्थन ₹75,150-₹74,870 पर है और प्रतिरोध ₹75,690-₹75,880 के बीच है। वहीं, चांदी का समर्थन ₹91,450-₹90,750 पर है, जबकि प्रतिरोध ₹92,990-₹93,680 पर है।
विभिन्न शहरों में सोने और चांदी की कीमतें (27 सितंबर, 2024)
मुंबई में चांदी का भाव
मुंबई में 27 सितंबर को चांदी ₹92,470 प्रति किलो के भाव से बिक रही थी। एक दिन पहले चांदी की कीमत ₹91,880 प्रति किलो थी, और एक हफ्ते पहले यह ₹89,890 प्रति किलो थी।
दिल्ली में सोने का भाव
दिल्ली में 27 सितंबर को सोना ₹75,530 प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा था, जो कि एक दिन पहले के ₹75,380 प्रति 10 ग्राम की तुलना में ₹150 ज्यादा था। एक हफ्ते पहले 999 गोल्ड की कीमत ₹74,090 प्रति 10 ग्राम थी।
दिल्ली में चांदी का भाव
दिल्ली में 27 सितंबर को चांदी ₹92,310 प्रति किलो पर थी। एक दिन पहले यह ₹91,720 प्रति किलो पर थी। पिछले हफ्ते की बात करें, तो चांदी ₹89,730 प्रति किलो पर बिक रही थी।
कोलकाता में सोने का भाव
कोलकाता में दुर्गा पूजा से पहले सोने और चांदी की कीमतें चर्चा का विषय बनी हुई हैं। 27 सितंबर को कोलकाता में 24 कैरेट सोना ₹75,560 प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा था। कल यह ₹75,410 प्रति 10 ग्राम पर था और एक हफ्ते पहले ₹74,120 प्रति 10 ग्राम पर मिल रहा था।
कोलकाता में चांदी का भाव
कोलकाता में 27 सितंबर को चांदी की कीमत ₹92,350 प्रति किलो थी, जो कल के मुकाबले ₹590 की बढ़ोतरी दिखा रही थी। कल की कीमत ₹91,760 प्रति किलो थी। एक हफ्ते पहले यह ₹89,770 प्रति किलो पर थी।
चेन्नई में सोने का भाव
27 सितंबर को चेन्नई में सोना ₹75,880 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा था। कल यह ₹75,730 प्रति 10 ग्राम पर था। एक हफ्ते पहले, 27 सितंबर को, सोने की कीमत ₹74,440 प्रति 10 ग्राम थी।
चेन्नई में चांदी का भाव
चेन्नई में 27 सितंबर को चांदी ₹92,740 प्रति किलो पर बिक रही थी। कल की तुलना में ₹590 की बढ़त देखने को मिली। एक हफ्ते पहले यह कीमत ₹90,150 प्रति किलो थी।
सोने के खुदरा मूल्य का निर्धारण
सोने का खुदरा मूल्य एक ग्राम सोने की कीमत होती है, जिसे आमतौर पर किसी खास मुद्रा (जैसे कि भारतीय रुपए) में व्यक्त किया जाता है। यह मूल्य प्रतिदिन बदल सकता है और इस पर विभिन्न कारक प्रभाव डालते हैं, जिनमें आर्थिक स्थिति, भू-राजनीतिक घटनाएं, और मांग-आपूर्ति की स्थिति शामिल हैं।
भारत में सोने का खुदरा मूल्य केवल उसकी अंतर्निहित मूल्य से प्रभावित नहीं होता, बल्कि इसमें कई और घटक भी जुड़ते हैं। ये घटक उपभोक्ताओं के लिए अंतिम लागत को निर्धारित करते हैं, जैसे कि कर, प्रीमियम, और अन्य शुल्क।
अमेरिकी ब्याज दरों का असर और निवेशकों की प्रतिक्रिया
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का एक प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का बढ़ना है। ब्याज दरों में कटौती से डॉलर कमजोर होता है, जिससे सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि यह अन्य मुद्राओं में सस्ता हो जाता है। निवेशक आमतौर पर सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं, विशेष रूप से जब बाजार में अनिश्चितता होती है। यही कारण है कि जब आर्थिक आंकड़े सकारात्मक आते हैं, तो सोने की कीमतें स्थिर या ऊपर की ओर बढ़ती हैं।
अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने निवेशकों का ध्यान गोल्ड की ओर खींचा है। इस सप्ताह के PCE प्राइस इंडेक्स के डेटा पर सबकी नजरें टिकी हैं, जो आगे की दिशा तय करेगा। यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में आक्रामक कटौती करता है, तो सोने की कीमतों में और उछाल आ सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस समय सोने और चांदी दोनों की कीमतें ऊंचाई पर हैं और निवेशकों के लिए ये उपयुक्त समय हो सकता है बाजार में एंट्री करने का। हालांकि, निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि बाजार में उतार-चढ़ाव लगातार बना रहता है। ऐसे में विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही कोई निवेश करना उचित होगा।
सोने और चांदी की मौजूदा कीमतें निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की गतिविधियां, अमेरिकी ब्याज दरों में संभावित कटौती, और आगामी आर्थिक आंकड़े इन धातुओं की कीमतों पर प्रभाव डाल सकते हैं। भारत में सोने और चांदी की कीमतें क्षेत्रीय बाजारों के आधार पर भिन्न होती हैं, लेकिन इस समय पूरे देश में इनकी कीमतें बढ़ रही हैं, जो त्योहारों के सीजन में और बढ़ सकती हैं।
आने वाले दिनों में आर्थिक और राजनीतिक घटनाओं के आधार पर सोने और चांदी की कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को सतर्क रहकर सही समय पर सही निर्णय लेने की आवश्यकता होगी।
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