IPL Auction 2025: Indian Premier League (IPL) की लोकप्रियता साल दर साल बढ़ती जा रही है, और इसी के चलते खिलाड़ियों के ऊपर बोली लगाने का सिलसिला भी लगातार बड़ा होता जा रहा है। खासकर, विदेशी खिलाड़ी IPL नीलामी में मोटी रकम में बिकते हैं, जो कि कई बार करोड़ों की सीमा पार कर जाती है। लेकिन IPL 2025 से इस व्यवस्था में बड़ा बदलाव आने वाला है, जिसका सीधा असर विदेशी खिलाड़ियों की कमाई पर पड़ेगा।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि BCCI के इस नए नियम का क्या असर होगा, किस तरह की सीमाएं लगाई जाएंगी, और यह बदलाव IPL के लिए क्यों अहम है।
IPL 2024 में Mitchell Starc की रिकॉर्ड तोड़ बोली
IPL 2024 की नीलामी में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज Mitchell Starc ने इतिहास रच दिया। Kolkata Knight Riders ने उन्हें 24.75 करोड़ रुपये की भारी-भरकम बोली पर खरीदा, जिससे वह IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। लेकिन यह संभवतः आखिरी मौका होगा जब कोई विदेशी खिलाड़ी इतनी बड़ी राशि में बिकेगा।
BCCI ने हाल ही में IPL 2025 के लिए नए नियम पेश किए हैं, जो विदेशी खिलाड़ियों की बोली को सीमित कर देंगे। इसके बाद Starc जैसी ऊंची बोली संभवतः देखने को नहीं मिलेगी।
BCCI के नए नियम: विदेशी खिलाड़ियों की कमाई पर कैप
IPL 2025 से लागू होने वाले नए नियमों के अनुसार, विदेशी खिलाड़ियों की कमाई एक निश्चित सीमा से अधिक नहीं हो पाएगी। इससे पहले, विदेशी खिलाड़ी, खासकर वो जो केवल मिनी नीलामी के लिए उपलब्ध होते थे, बड़ी राशि पाने में सफल हो जाते थे। लेकिन अब BCCI ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस प्रकार की असमानता को रोकने के लिए नए नियम लागू होंगे।
IPL Auction 2025 में शामिल होना होगा ज़रूरी
BCCI के नए प्रस्ताव के अनुसार, IPL 2026 और IPL 2027 में खेलने के लिए विदेशी खिलाड़ियों को IPL 2025 की मेगा नीलामी में अपना नाम दर्ज कराना अनिवार्य होगा। अगर कोई खिलाड़ी मिनी नीलामी के लिए ही उपलब्ध होता है, तो उसकी कमाई एक निश्चित सीमा तक ही सीमित रहेगी।
यह नियम इसलिए लाया गया है ताकि खिलाड़ी सिर्फ मिनी नीलामी में हिस्सा लेकर बड़ी रकम न कमा सकें, क्योंकि मिनी नीलामी में खिलाड़ी की मांग अधिक होती है और आपूर्ति सीमित होती है।
खिलाड़ियों की अधिकतम कमाई पर सीमा
IPL 2026 की नीलामी में विदेशी खिलाड़ियों की अधिकतम कमाई उस राशि से सीमित की जाएगी, जो सबसे महंगा भारतीय खिलाड़ी मेगा नीलामी में कमाता है, या जिसे कोई फ्रैंचाइज़ी सबसे अधिक रिटेन करती है।
उदाहरण:
मान लीजिए, अगर Virat Kohli को Royal Challengers Bangalore ने 18 करोड़ रुपये में रिटेन किया और Deepak Chahar को IPL 2025 की मेगा नीलामी में 15 करोड़ रुपये में खरीदा गया, तो कोई भी विदेशी खिलाड़ी मिनी नीलामी में 15 करोड़ रुपये से अधिक नहीं कमा सकेगा।
दूसरे परिदृश्य में, अगर Deepak Chahar को 20 करोड़ रुपये में साइन किया गया, तो विदेशी खिलाड़ी की अधिकतम कमाई 18 करोड़ रुपये (Virat Kohli की रिटेंशन फीस) तक सीमित रहेगी।
अतिरिक्त राशि BCCI के खाते में जाएगी
फ्रैंचाइज़ी चाहें तो किसी खिलाड़ी पर ऊंची बोली लगा सकती हैं, लेकिन अगर यह बोली निर्धारित सीमा से अधिक होती है, तो वह अतिरिक्त राशि खिलाड़ी को नहीं मिलेगी। इसके बजाय, वह राशि सीधे BCCI के खाते में जाएगी।
इस प्रकार, खिलाड़ी की व्यक्तिगत कमाई एक सीमा के भीतर ही रहेगी और बाकी राशि लीग के आयोजनकर्ताओं को जाएगी।
इस नए नियम का उद्देश्य क्या है?
BCCI का यह कदम विदेशी खिलाड़ियों की बढ़ती कमाई को सीमित करने के उद्देश्य से लिया गया है। कई बार देखा गया है कि विदेशी खिलाड़ी सिर्फ IPL के लिए उपलब्ध होते हैं, और अन्य अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपना नाम वापस ले लेते हैं। इससे भारतीय खिलाड़ियों और विदेशी खिलाड़ियों के बीच असमानता पैदा होती है।
नए नियम से BCCI यह सुनिश्चित करना चाहती है कि IPL में खेलने वाले खिलाड़ी समान अवसर और समान वित्तीय अनुशासन के तहत आएं। इससे लीग में पारदर्शिता भी बढ़ेगी और फ्रैंचाइज़ियों के लिए खिलाड़ियों को खरीदने का प्रोसेस अधिक संगठित और संतुलित हो जाएगा।
विदेशी खिलाड़ियों पर इसका असर
नए नियमों के चलते विदेशी खिलाड़ियों की रणनीति पर भी असर पड़ेगा।
- IPL Auction 2025 में हिस्सा लेना होगा ज़रूरी: अब खिलाड़ी सिर्फ मिनी नीलामी के लिए उपलब्ध नहीं रह सकेंगे। उन्हें मेगा नीलामी में शामिल होना पड़ेगा, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के अनुसार कीमत हासिल कर सकें।
- सीमित कमाई: विदेशी खिलाड़ियों की अधिकतम कमाई अब एक सीमा के भीतर ही रहेगी। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के बीच कोई बड़ी असमानता न हो।
- स्वास्थ्य और चोट से जुड़े अपवाद: हालांकि, कुछ अपवाद भी होंगे। अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है या कोई मेडिकल स्थिति होती है, तो उसे मिनी नीलामी में शामिल होने का मौका दिया जाएगा। लेकिन इस प्रकार की स्थिति को संबंधित देश की क्रिकेट बोर्ड द्वारा प्रमाणित करना होगा।
IPL Auction 2025 पर असर
इस नए नियम का सबसे बड़ा असर IPL की नीलामी प्रक्रिया पर पड़ेगा। विदेशी खिलाड़ियों की ऊंची बोली लगने से बचने के लिए यह नियम लागू किए गए हैं, ताकि लीग में संतुलन बना रहे।
BCCI का यह कदम निश्चित रूप से नीलामी प्रक्रिया को अधिक संतुलित और पारदर्शी बनाएगा। अब नीलामी में बोली लगाने वाले मालिकों को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने बजट का सही इस्तेमाल करें और विदेशी खिलाड़ियों पर अत्यधिक खर्च न करें।
क्या यह नियम IPL 2025 को और रोमांचक बनाएगा?
इस नए नियम से IPL को और रोमांचक बनाए जाने की उम्मीद है। खिलाड़ियों की कीमत सीमित होने के कारण अब टीमें अपनी रणनीतियों में अधिक पारदर्शिता और संतुलन रखेंगी।
यह भी देखा जाएगा कि भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी खिलाड़ियों के मुकाबले अधिक प्राथमिकता मिलेगी, क्योंकि अब उनका मूल्यांकन अधिक सटीक तरीके से होगा।
BCCI का यह नया कदम निश्चित रूप से IPL की नीलामी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और संगठित बनाएगा। इससे विदेशी खिलाड़ियों की कमाई को सीमित कर, भारतीय खिलाड़ियों को भी अधिक अवसर मिलेंगे।
Mitchell Starc की 24.75 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड तोड़ बोली अब शायद फिर कभी न देखने को मिले, लेकिन यह बदलाव लीग के भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम होगा।
IPL का यह नया अध्याय निश्चित रूप से और भी रोचक होने वाला है, और हम सभी यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि आने वाले सीजन में यह बदलाव किस तरह से लीग के Dynamics को बदलते हैं।
Also Read: MS Dhoni की वापसी: IPL 2025 में Uncapped Player के रूप में खेल सकते हैं