Phir Aayi Hasseen Dillruba, मनोज टाइगर, जो कि भोजपुरी सिनेमा में एक लोकप्रिय चेहरा हैं, अपनी नई फिल्म ‘Phir Aayi Hasseen Dillruba’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में उन्होंने एक महत्वपूर्ण किरदार निभाया है, जिससे उनकी अभिनय क्षमता को एक बार फिर से पहचान मिली है। मनोज ने अपने करियर की शुरुआत से लेकर अब तक की यात्रा और इस फिल्म से जुड़े अनुभवों के बारे में विस्तार से बात की।
मनोज टाइगर – करियर की शुरुआत और संघर्ष
मनोज टाइगर का असली नाम मनोज कुमार सिंह है। बिहार के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले मनोज ने अपने करियर की शुरुआत बड़े संघर्षों के साथ की थी। उनकी शुरुआती जिंदगी और संघर्ष के दिनों में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। मनोज बताते हैं कि जब उन्होंने अपने अभिनय के सपने को साकार करने के लिए मुंबई का रुख किया, तब उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मगर अपने दृढ़ निश्चय और मेहनत के बल पर उन्होंने धीरे-धीरे भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई।
फिल्म ‘Phir Aayi Hasseen Dillruba’ का अनुभव
‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ में मनोज का किरदार एक नए चुनौती के रूप में सामने आया। मनोज कहते हैं कि इस फिल्म में उनका किरदार बहुत ही जटिल और दिलचस्प था। इसे निभाने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। फिल्म की कहानी और किरदारों की गहराई ने उन्हें इस प्रोजेक्ट के लिए बहुत आकर्षित किया। फिल्म में उनकी अदाकारी को दर्शकों ने काफी सराहा और उनकी मेहनत को भी पहचान मिली।
भोजपुरी सिनेमा और इसके बदलते परिदृश्य
मनोज ने भोजपुरी सिनेमा में हो रहे बदलावों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भोजपुरी सिनेमा में काफी बदलाव आया है। अब इसमें भी बड़े बजट की फिल्में बन रही हैं और कहानियों में भी विविधता आई है। हालांकि, मनोज मानते हैं कि अभी भी इस इंडस्ट्री को बहुत आगे बढ़ने की जरूरत है। वे कहते हैं कि अब समय आ गया है कि भोजपुरी सिनेमा को भी मुख्यधारा के सिनेमा के बराबर सम्मान मिले।
अभिनय के प्रति उनका समर्पण
मनोज टाइगर का कहना है कि अभिनय उनके लिए सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक जुनून है। वे हमेशा से ही कुछ अलग और चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाने के लिए तैयार रहते हैं। ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ जैसी फिल्मों में काम करना उनके लिए एक नया अनुभव था, जिसने उन्हें अपने अभिनय के विभिन्न पहलुओं को और गहराई से समझने का मौका दिया।
फ्यूचर प्रोजेक्ट्स
फिल्म ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ की सफलता के बाद, मनोज के पास कई नए प्रोजेक्ट्स आए हैं। वे बताते हैं कि वे चुनिंदा फिल्मों में काम करना पसंद करते हैं, जो उन्हें कुछ नया और अलग करने का मौका दें। उन्होंने अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी, लेकिन यह जरूर कहा कि वे कुछ बड़े और दिलचस्प प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं, जिनकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
नए कलाकारों के लिए संदेश
मनोज टाइगर ने नए कलाकारों के लिए भी एक संदेश दिया। वे कहते हैं कि इस इंडस्ट्री में सफलता पाने के लिए मेहनत, धैर्य और जुनून की जरूरत होती है। नए कलाकारों को हमेशा अपने काम के प्रति ईमानदार और समर्पित रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए कलाकारों को अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलना चाहिए और हमेशा अपनी संस्कृति और भाषा का सम्मान करना चाहिए।
मनोज टाइगर का अभिनय सफर उनके संघर्ष और मेहनत की कहानी है। ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ में उनकी अदाकारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे भोजपुरी सिनेमा के एक बेहतरीन अभिनेता हैं। उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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