Budget 2024 Detailed Analysis: मोदी 3.0 का पहला बजट है और बजट पर इलेक्शन के रिजल्ट का असर साफ-साफ दिख रहा है | लेकिन किसको क्या मिला और क्यों मिला, क्या सस्ता हुआ, क्या महंगा हुआ, किस सेक्टर को चमका दिया और किस सेक्टर को चौका दिया | आम आदमी को कुछ मिला कि नहीं मिला, टैक्स में कुछ बचत हुई कि नहीं हुई | यह बजट के अनाउंसमेंट के वक्त बाजार 1100 पॉइंट नीचे कैसे चला गया | रे, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को गठबंधन में आने का कुछ फायदा मिला क्या | और इस बजट स्पीच के दौरान कौन सा एक रिकॉर्ड बन गया | तो गरीब को क्या मिला, महिला को क्या मिला, युवा को क्या मिला, आम आदमी को क्या मिला, क्या सस्ता हुआ, क्या महंगा हुआ, सबकी समरी इस लेख में दी गई है | जानकारी कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें | यदि आपको पसंद आए तो कृपया कमेंट जरूर करें |
भाई साहब, सुबह-सुबह जैसे ही निर्मला सीतारमन जी ने अपना बक्सा खोला बजट पढ़ने के लिए, हमने भी हमारा लैपटॉप खोल लिया | और तब से लेकर अब तक रिसर्च जारी है | और बजट भाषण सुनने के बाद उसकी रिसर्च करने के बाद एक समरी बनाई है | अगर आपको लगता है इतनी तेजी से इतनी मेहनत से कोई चीज बनाई गई है |
New Record on Budget Day
सबसे पहले बात करते हैं कि बजट स्पीच के दौरान क्या रिकॉर्ड बना तो निर्मला जी ने पहला रिकॉर्ड तो ये बनाया है वो पहली ऐसी वित्त मंत्री है जिन्होंने कंटीन्यूअस सात बार बजट का भाषण पढ़ा है इससे पहले मुरार जी देसाई थे जिन्होंने छह बार पढ़ा था अब अगर ओवरऑल बजट की बात की जाए तो मोरार जी देसाई 10 बार बजट पढ़ चुके हैं लेकिन कंटीन्यूअस नहीं पढ़ पाए इन्होंने सात बार कंटीन्यूअस पढ़ा है और अगर यह सरकार पूरे 5 साल पूरे करती है तो इनके 11 बजट हो जाएंगे और उस मामले में भी सबसे ज्यादा बजट पढ़ने वाली वित्तमंत्री बन जाएंगी |
भाई साहब, बजट का साइज था 48 लाख करोड़, और सबको सब कुछ बोरी भर भर के दिया गया है | लेकिन एक ऐसा सेक्टर है जिससे बहुत कुछ लिया गया है | कौन सा है वो सेक्टर? वो सेक्टर है स्टॉक मार्केट | स्टॉक मार्केट पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन 15% हुआ करता था, उसको बढ़ा के ले गए 20% | लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन, जो 10% हुआ करता था, उसको बढ़ा के ले गए 12.5% | STT, जो सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स होता है, F&O पर, उसको भी बढ़ा दिया गया है | जहां सब जगह छूट दी जा रही है, रियायतें बढ़ाई जा रही हैं, यहां पर इस पर सारी टैक्स लगा दिए | इस बात से, भाई साहब, मार्केट घबरा गया और बजट स्पीच के दौरान ही 1100 पॉइंट नीचे गिर गया था | और मोदी स्टॉक्स, जिसको कहते हैं, जो PSU के स्टॉक्स हैं, PSU का इंडेक्स 6.5% गिर गया | और कई ऐसी कंपनियाँ थीं, जिनमें लो सर्किट लगने की नौबत आ गई | लेकिन फाइनली, धीरे-धीरे बाजार ने रिकवर किया | एक बार तो सेंसेक्स 80000 से नीचे चला गया था | पर धीरे-धीरे यह सदमा सहते-सहते अभी जाकर स्टॉक मार्केट 80000 से ऊपर ही बंद हुआ है | जब सब पर रहम किया, तो इसके साथ बेरहमी क्यों क्योंकि |
ये सब जानते हैं, पिछले 4 साल में स्टॉक मार्केट ने बहुत कमाया | और सरकार यह कहती है, जहां कमाई हो रही है, सबसे पहले हम पहुंच जाएंगे | तो जब इतनी कमाई हो रही है, भैया नहीं छोड़ेंगे, क्योंकि तेल तो तेलों में से निकलेगा | सरकार की एक मंशा यह हो सकती है कि जो F&O है, फ्यूचर एंड ऑप्शन की ट्रेडिंग है, ये शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं, इन पर टैक्स बढ़ा दो, शायद ये करना छोड़ देंगे | अब इस सरकार से पूछो, इतना टैक्स बढ़ाया सिगरेट पर, शराब पर, ये कम हुई क्या? कम तो ये भी नहीं होगी, बस हां, सरकार की तिजोरी भरती रहेगी | अब आम आदमी बजट में देखता है, क्या महंगा हुआ, क्या सस्ता हुआ |
पर उससे पहले देखते हैं विभिन्न सेक्टर को | अलग-अलग सेक्टर को क्या-क्या चीज दी गई | तो इस बजट में सरकार ने पहले कह दिया कि नौ सेक्टर पर हमारा फोकस रहेगा | साब, एग्रीकल्चर पर ध्यान देंगे, एंप्लॉयमेंट पर ध्यान देंगे, अर्बन डेवलपमेंट (शहरी विकास) पर ध्यान देंगे, इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देंगे, इनोवेशन पर ध्यान देंगे, मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विस पर ध्यान देंगे, एनर्जी पर ध्यान देंगे | और नेक्स्ट जनरेशन के रिफॉर्म करेंगे और सबका साथ सबका विकास तो लेकर चलेंगे ही चलेंगे |
Youth Welfare
बजट का वो आइटम जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वो है भाई साहब, यूथ और रोजगार | देखो भाई साहब, ऐसा है कि विपक्ष का जो सबसे स्ट्रांग मुद्दा था, वो यह था कि भाई साहब, सरकार में बेरोजगारी बढ़ गई, युवा बेरोजगार घूम रहा है और युवा में आक्रोश था | और उसी वजह से सीटें कमाई | मोदी सरकार समझ गई, बोले करना पड़ेगा | पांच अलग-अलग स्कीम लॉन्च की हैं, जिस पर सरकार टोटल 2 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च करने वाली है, ताकि यूथ के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं | और इन स्कीम्स का 4 करोड़ से ज्यादा युवाओं पर सीधा असर पड़ेगा |
इसके अलावा सरकार एक प्रोग्राम लेकर आई है कि 1 करोड़ युवाओं को देश की टॉप 500 कंपनियों में इंटर्नशिप कराई जाएगी और 5000 प्रति माह का स्टाइपेंड दिया जाएगा | कांग्रेस सरकार कह रही है कि भाई साहब, ये तो योजना हम पहले ही लेकर आए थे, ये तो हमारी योजना का कॉपी पेस्ट है | अब कोई कितना भी विरोध करे, लेकिन इस योजना के खिलाफ नहीं बोल सकते | क्योंकि युवा से और रोजगार के मुद्दे पर कोई नाराजगी नहीं लेना चाहता | तो कितना ही बड़ा विपक्ष है, वो कह रहा है, हां योजना तो ठीक ही है | आपके क्या विचार हैं? ये योजना ठीक है? क्या ये चल पाएगी? क्या ये कॉपी थी या नहीं थी? पर क्या ये इम्प्लीमेंट होने से फायदा होगा? मुझे भाई साहब, कमेंट करके जरूर बताओ |
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Poor Population
युवा कवर हो गया, युवा खुश हो गया, रोजगार की बात हो गई | अब आ जाते हैं गरीब पर | तो गरीब के लिए कहा कि भैया, जो प्रधानमंत्री अन्न योजना है, जहां पर गरीबों को अनाज दिया जाता है, वह योजना 5 साल और आगे बढ़ा दी गई है | और 80 करोड़ लोगों को यह फ्री बैठने की जो व्यवस्था है, यह जारी रहेगी | इसके अलावा, 10 लाख करोड़ अलॉट किए गए प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए, जिसके तहत 1 करोड़ से ज्यादा मकान शहरों में और 2 करोड़ से ज्यादा मकान गांव में बनाए जाएंगे |
Agriculture
अब आते हैं किसानों पर | तो किसानों के लिए 1,52,000 करोड़ का फंड अलॉट कर दिया गया है | और टारगेट लिया गया है कि भैया, अगले दो साल में 1 करोड़ से ज्यादा किसानों को नेचुरल फार्मिंग सिखाई जाएगी | अब इस पर कुछ कृषि संगठन इसका स्वागत कर रहे हैं, कुछ विरोध कर रहे हैं | और इसके अलावा, क्योंकि खेती मोस्टली गांव में होती है, तो ग्रामीण विकास के लिए 2,66,000 करोड़ अलग से अलॉट किए गए हैं | एक कौन सा वर्ग रह गया, जिसके लिए काम करना जरूरी है? महिलाएं | तो महिलाओं के लिए 3 लाख करोड़ बजट में अलग से अलॉट किए गए हैं, जो अलग-अलग स्कीमों के जरिए उन तक पहुंचाए जाएंगे |
Small Business
अब थोड़ा छोटे व्यापारियों पर भी ध्यान दिया जाए | जो मुद्रा की 10 लाख की लिमिट थी, उसको बढ़ा कर 20 लाख कर दिया है | और जहां एसएमई के बड़े-बड़े क्लस्टर्स हैं, वहां पर सिडबी अपनी 24 ब्रांचेस खोलेगा, ताकि इनको और लोन दिया जा सके | जो ई-कॉमर्स पर काम करते थे, टीडीएस 1% लगता था | अब वह टीडीएस तो नहीं हटाया, पर उसमें 90% की छूट देकर 1% टीडीएस को 0.1% कर दिया गया है |
बात करें डिफेंस की, सबसे ज्यादा जो बजट है, वो भैया डिफेंस को दिया गया है | 13% बजट का यानी 62,000 करोड़ डिफेंस को अलॉट किए गए हैं, ताकि हमारी जो सेना है, उसकी ताकत बढ़े और साथ में हमारा आत्मनिर्भर भारत भी आगे बढ़े | और डिफेंस कंपनियों के लिए 1,000 करोड़ का वीसी फंड और लॉन्च किया गया है | कि इस सेक्टर में अगर कोई स्टार्टअप आ रहा है, तो 1,000 करोड़ का फंड अलग से लॉन्च किया गया है | तो भैया, डिफेंस में तो बल्ले-बल्ले होने वाली है |
अब बात आती है स्टूडेंट्स की | उनके लिए क्या किया जा रहा है, साहब? स्टूडेंट्स के लिए 10 लाख तक का लोन, अगर आप हायर एजुकेशन के लिए लेना चाहते हो, तो उसमें आपको सरकार की तरफ से मदद मिलेगी | लेकिन आप डोमेस्टिक इंस्टिट्यूट्स इंडिया में ही कहीं पढ़ने जाओगे, इंडिया के बाहर जा रहे हो, उसके लिए नहीं है | उसके अलावा, जो कंपनियां स्पेस के क्षेत्र में काम कर रही हैं, उनके लिए 1,000 करोड़ का अलग से फंड अनाउंस किया है | 11 लाख 11 हजार करोड़ ये शगुन कैपेक्स का खर्चा है | इतना कैपिटल एक्सपेंडिचर पर सरकार खर्च करने वाली है | रोड पर, ब्रिज पर, रेलवे पर, इन पर खर्च होने वाला है | अब सोच रहे हैं, जी नायडू जी का क्या हुआ? नीतीश कुमार जी का क्या हुआ? उनको एकदम लास्ट में लेके जाएंगे |
Taxes on Income
तो बात करते हैं मिडिल क्लास की | इनका क्या हुआ? मिडिल क्लास की एक ही टेंशन है, हमें तो बताओ, हमसे ज्यादा टैक्स तो ना लोगे | इनकम टैक्स की दो स्कीम चल रही हैं, ओल्ड रेजीम और न्यू रेजीम | ओल्ड रेजीम जैसी थी, वैसी है, उसको छेड़ा नहीं गया है | नई रेजीम को थोड़ा सा अट्रैक्टिव बना दिया गया है | जो स्टैंडर्ड डिडक्शन था, उसको बढ़ा कर 75,000 रुपये ले गए हैं | टैक्स की स्लैब थोड़ी चेंज कर दी है | ₹3 लाख तक कोई टैक्स नहीं ले रहे | 3 लाख से 7 लाख पर 5% लगेगा | पहले क्या था? 3 से 6 लाख तक था, अब 7 लाख तक | 6 से 7 लाख की जो रेंज में पिछले साल था, वो 10% दे रहा था, अब देगा 5% | 7 से 10 लाख की रेंज में 10% टैक्स लगेगा | 10 से 12 लाख की रेंज में 15% और 12 से 15 लाख की रेंज में 20% | और 15 लाख वाले लाओ, भैया, 30% | तो इसको पूरी ऑफर कैलकुलेशन करते हैं, तो जो पिछले साल की तुलना में इस साल की इनकम पर देखा जाए, तो 17,500 रुपये की टैक्स की सेविंग आम आदमी को हो रही है | और सैलरीड वालों को इसका सीधा बेनिफिट मिल रहा है |
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Import Duty Cut Off
लेदर पर ड्यूटी कम कर दी गई है | लेदर से जुड़ी हुई जितनी भी चीजें हैं, सस्ती होने वाली हैं | इसके अलावा, आपका मोबाइल और उसके सभी पार्ट्स पर जो कस्टम ड्यूटी लगती थी, उसे भी नीचे ले आए हैं | तो आप मोबाइल चार्जर और पार्ट्स सस्ते होने वाले हैं |
सोना और चांदी पर पहले 15% ड्यूटी थी, उसे 6% पर ले आए हैं | प्लैटिनम पर 15.4% थी, उसे 6.4% पर ले आए हैं | इसके पीछे मंशा क्या है? कि जो रिटेल की डिमांड है, वह उठे | ज्यादा से ज्यादा लोग खरीददारी करें | एक और मंशा थी कि स्मगलिंग थोड़ी सी रुके | क्योंकि जब इतने बड़े इंपोर्ट ड्यूटी का डिफरेंस होता है, तो आदमी मेहनत करता है कहीं से स्मगलिंग करके लाए | ये 15% बच जाए | अब डिफरेंस ही कम हो गया है, तो स्मगलिंग की वारदातें थोड़ी कम होंगी, क्योंकि मार्जिन बचा ही नहीं है |
कैंसर ट्रीटमेंट की तीन ड्रग्स ऐसी हैं, जो कैंसर ट्रीटमेंट में काम आती हैं, उस पर ड्यूटी कम नहीं की, माफ ही कर दी है | तो अब कैंसर का ट्रीटमेंट सस्ता हो गया है |
Which things became expensive? | Budget 2024
कुछ महंगा किया क्या? हां, साहब, तीन चीजें महंगी की हैं |
- अमोनियम नाइट्रेट महंगा किया गया है |
- टेलीकॉम के इक्विपमेंट महंगे किए गए हैं | क्यों? ये ज्यादातर चाइना से आ रहे थे | सरकार चाहती है कि चाइना से इंपोर्ट कम हो और देश के मैन्युफैक्चरर्स को मौका मिले |
- प्लास्टिक के प्रोडक्ट्स महंगे किए गए हैं | क्योंकि ये एन्वायरनमेंट के लिए खराब हैं | इसलिए इनका उपयोग कम से कम हो, इस सोच के तहत ड्यूटी बढ़ा दी गई है |
तो प्लास्टिक के प्रोडक्ट्स, टेलीकॉम के इक्विपमेंट, और अमोनियम नाइट्रेट ये तीन चीजें हैं जो खासतौर पर महंगी हुई हैं इस बजट के बाद |
अब बात करते हैं, भाई साहब, अलायंस के जो पार्टनर्स हैं, उनको कुछ मिला क्या? दो मुख्य पार्टनर पर चर्चा है, बिहार का क्या हुआ और तेलंगाना का क्या हुआ?
तो बिहार की तो बल्ले-बल्ले हो गई | बिहार को नया एयरपोर्ट मिला है | बिहार को मेडिकल कॉलेज दिया गया है | बिहार में तीन-चार एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं | भागलपुर में एक मेगा पावर प्लांट लग रहा है | बक्सर में गंगा जी के ऊपर दो साइड का पुल बनाया जा रहा है | बोध गया का कॉरिडोर बन रहा है | गया में भी कॉरिडोर बन रहा है | बाढ़ राहत के लिए 11,500 करोड़ का फंड रिलीज किया गया है | तो ओवरऑल देखा जाए तो 26,000 करोड़ से भी ज्यादा के प्रोजेक्ट्स बिहार को मिले हैं |
एक चीज जो नीतीश जी की मांग थी, वो थी स्पेशल स्टेटस | मोदी जी ने अभी तक इसे दिया नहीं है | इस बात को लेकर जो लालू जी हैं, आरजेडी है, या कांग्रेस है, वे कमेंट कर रहे हैं कि लो जी, साहब गए थे, लेकिन दिया ही नहीं | उस पर नीतीश जी कह रहे हैं कि इतना तो ले आए, धीरे-धीरे वो भी आ जाएगा |
अब आंध्र प्रदेश की भी बात करें | आंध्र प्रदेश को 15,000 करोड़ अलॉट हुए हैं, उनकी नई राजधानी अमरावती बनाने के लिए | इस पर एक महीना पहले मैंने वीडियो बनाया था | आशंका जाहिर की थी कि ये जो अंदाजा था, वह एकदम सही निकला | 15,000 करोड़ तो अभी दिए गए हैं और आगे और फंड देने का आश्वासन भी पूरा किया गया है |
उसके अलावा, कई मेजर पावर प्लांट्स और अन्य सेंट्रल गवर्नमेंट के प्रोजेक्ट्स आंध्र प्रदेश को मिलेंगे और जो एक्सिस्टिंग चल रहे हैं, उन्हें जल्दी पूरा करने का प्रयास किया जाएगा |
तो भाई साहब, बजट में देखें तो युवाओं को साध लिया | रोजगार की बात कर ली | गरीबों को साध लिया | किसानों को साध लिया | अपने गठबंधन के साथियों को भी साध लिया | टैक्स में कटौती कर दी | बहुत चीजें सस्ती कर दीं | मध्यम वर्ग को भी साध लिया | थोड़ा स्टॉक मार्केट वाले नाराज होंगे, लेकिन वो भी नीचे गिर के एक बार तो रिकवर कर गया | अब जाके डिटेल में बजट को पढ़ेंगे और रिसर्च करेंगे |
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