70th National Film Awards 2024: भारतीय सिनेमा की विविधता और रचनात्मकता को मान्यता देने के लिए हर साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का आयोजन किया जाता है। इस बार 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई, जिसमें 2022 में बनी फिल्मों, कलाकारों, और तकनीकी दलों को सम्मानित किया गया। इस लेख में हम 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं की पूरी सूची और उनके योगदान पर चर्चा करेंगे।
70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: एक परिचय
70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा सोमवार को की गई। यह पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए आयोजित किया जाता है, जिसमें विभिन्न भाषाओं और शैलियों की फिल्मों को सम्मानित किया जाता है। इस बार के पुरस्कारों में कई नई और उभरती प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को नए आयाम दिए हैं।
इस साल की जूरी में फीचर फिल्म जूरी के चेयरपर्सन राहुल रवैल, नॉन-फीचर फिल्म जूरी के चेयरपर्सन नीला माधब पांडा, और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा जूरी के चेयरपर्सन गंगाधर मुदालैर शामिल थे।
प्रमुख पुरस्कार विजेता
सर्वश्रेष्ठ फिल्म: आट्टम (Malayalam)
आट्टम मलयालम फिल्म को इस साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया। यह फिल्म अपनी कहानी, निर्देशन, और प्रस्तुति के कारण जूरी और दर्शकों के बीच लोकप्रिय रही। फिल्म में समाज के जटिल मुद्दों को उठाया गया है, जो इसे एक महत्वपूर्ण फिल्म बनाता है।
सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म: फौजा (Haryanvi)
फौजा हरियाणवी फिल्म को सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म के पुरस्कार से नवाजा गया। यह फिल्म एक नई निर्देशक की पहली फिल्म है, जिसने अपने निर्देशन कौशल से सभी को प्रभावित किया।
सर्वश्रेष्ठ मनोरंजन प्रदान करने वाली फिल्म: कांतारा (Kannada)
कन्नड़ फिल्म कांतारा को सर्वश्रेष्ठ मनोरंजन प्रदान करने वाली फिल्म का पुरस्कार दिया गया। फिल्म की कहानी और इसके प्रस्तुतिकरण ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया और इसे बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छी सफलता मिली।
राष्ट्रीय, सामाजिक, और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्म: कच्छ एक्सप्रेस (Gujarati)
कच्छ एक्सप्रेस गुजराती फिल्म को राष्ट्रीय, सामाजिक, और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया। यह फिल्म समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से बनाई गई है और इसमें समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया गया है।
एवीजीसी (AVGC) में सर्वश्रेष्ठ फिल्म: ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 (Hindi)
हिंदी फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 को एवीजीसी (एनिमेशन, वीएफएक्स, गेमिंग और कॉमिक्स) में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला। फिल्म की विजुअल इफेक्ट्स और तकनीकी उत्कृष्टता को देखते हुए इसे इस श्रेणी में सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: सूरज बड़जात्या – ऊंचाई (Hindi)
हिंदी फिल्म ऊंचाई के निर्देशक सूरज बड़जात्या को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला। उन्होंने इस फिल्म के माध्यम से एक भावुक और प्रेरणादायक कहानी प्रस्तुत की, जो दर्शकों को बहुत पसंद आई।
अभिनय में सर्वश्रेष्ठ
प्रमुख भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता:
- नित्या मेनन – थिरुचितरम्बलम (Tamil)
- मानसी पारेख – कच्छ एक्सप्रेस (Gujarati)
- ऋषभ शेट्टी – कांतारा (Kannada)
इन तीनों अभिनेताओं ने अपनी-अपनी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया और अपनी भूमिकाओं के माध्यम से दर्शकों का दिल जीत लिया।
सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता:
- नीना गुप्ता – ऊंचाई (Hindi)
- पवन राज मल्होत्रा – फौजा (Gujarati)
नीना गुप्ता और पवन राज मल्होत्रा को उनकी सहायक भूमिकाओं के लिए सम्मानित किया गया। दोनों ने अपनी-अपनी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई और उन्हें दर्शकों द्वारा सराहा गया।
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार:
- श्रीपथ – मलिकप्पुरम (Malayalam)
श्रीपथ को उनकी फिल्म मलिकप्पुरम में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार मिला।
तकनीकी श्रेणियों में पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन: अनबरिव – केजीएफ चैप्टर 2 (Kannada)
कन्नड़ फिल्म केजीएफ चैप्टर 2 के एक्शन निर्देशन के लिए अनबरिव को सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशक का पुरस्कार मिला। फिल्म में उनके द्वारा किए गए एक्शन सीन दर्शकों को रोमांचित कर गए।
सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी:
- जानी मास्टर, सतीश कृष्णन – थिरुचितरम्बलम (Megham Karukatha) (Tamil)
जानी मास्टर और सतीश कृष्णन को तमिल फिल्म थिरुचितरम्बलम के गाने “मेघम करूकट्टा” के लिए सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ गीत लेखन:
- नौशाद सादर खान – फौजा (Salaami) (Gujarati)
नौशाद सादर खान को गुजराती फिल्म फौजा के गाने “सालामी” के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत लेखन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन:
- प्रीतम (गीत) – ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 (Hindi)
- एआर रहमान (बैकग्राउंड म्यूजिक) – पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 (Tamil)
प्रीतम को हिंदी फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार मिला, जबकि एआर रहमान को तमिल फिल्म पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 के लिए सर्वश्रेष्ठ बैकग्राउंड म्यूजिक का पुरस्कार दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ मेकअप:
- सोमनाथ कुंडू – अपराजितो (Bengali)
सोमनाथ कुंडू को बंगाली फिल्म अपराजितो के लिए सर्वश्रेष्ठ मेकअप का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइन:
- निकि जोशी – कच्छ एक्सप्रेस (Gujarati)
गुजराती फिल्म कच्छ एक्सप्रेस के लिए निकि जोशी को सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन:
- आनंदा अड्ड्या – अपराजितो (Bengali)
आनंदा अड्ड्या को बंगाली फिल्म अपराजितो के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ संपादन:
- महेश भुवनेंद्र – आट्टम (Malayalam)
महेश भुवनेंद्र को मलयालम फिल्म आट्टम के लिए सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन:
- आनंद कृष्णमूर्ति – पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 (Tamil)
तमिल फिल्म पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 के लिए आनंद कृष्णमूर्ति को सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ पटकथा:
- आनंद एकरशी (पटकथा लेखक) – आट्टम (Malayalam)
- अर्पिता मुखर्जी और राहुल वी चित्तेला (संवाद) – गुलमोहर (Hindi)
आनंद एकरशी को मलयालम फिल्म आट्टम के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला, जबकि अर्पिता मुखर्जी और राहुल वी चित्तेला को हिंदी फिल्म गुलमोहर के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी:
- रवि वर्मन – पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 (Tamil)
रवि वर्मन को तमिल फिल्म पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 के लिए सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक:
- बॉम्बे जयश्री – Saudi Vellakka CC 225/2009 (Chaayum Veyil) (Malayalam)
- अरिजीत सिंह – ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 (केसरिया) (Hindi)
बॉम्बे जयश्री और अरिजीत सिंह को उनकी बेहतरीन गायकी के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का पुरस्कार मिला।
क्षेत्रीय फिल्में: बड़ी जीत
सर्वश्रेष्ठ तिवा फिल्म: सिकैसल
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म: कार्तिकेय 2
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म: पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1
सर्वश्रेष्ठ पंजाबी फिल्म: बाघी दी धी
सर्वश्रेष्ठ ओडिया फिल्म: डामन
सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म: Saudi Vellakka CC 225/2009
सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म: वाल्वी
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म: केजीएफ चैप्टर 2
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म: गुलमोहर
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म: कबेरी अंतरधन
सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म: एमुथी पुथी
विशेष उल्लेख
मनोज बाजपेयी (अभिनेता): गुलमोहर (Hindi)
संजय सलील चौधरी (संगीत निर्देशक): कधिकन (Malayalam)
नॉन-फीचर श्रेणियों में पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म: आइना
आइना को सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म: मध्यंतर
मध्यंतर को सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ जीवनी/ऐतिहासिक/संकलन फिल्म: आनाखी एक मोहनजो दारो
आनाखी एक मोहनजो दारो को सर्वश्रेष्ठ जीवनी/ऐतिहासिक/संकलन फिल्म का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ कला/संस्कृति फिल्म: रंग विभोग/वर्षा
रंग विभोग/वर्षा को सर्वश्रेष्ठ कला/संस्कृति फिल्म का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ पटकथा: मोनो नो अवेयर
मोनो नो अवेयर को सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ कथावाचक: मर्मर्स ऑफ द जंगल
मर्मर्स ऑफ द जंगल को सर्वश्रेष्ठ कथावाचक का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन: फुर्सत
फुर्सत को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ संपादन: मध्यंतर
मध्यंतर को सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन: यान
यान को सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी: मोनो नो अवेयर
मोनो नो अवेयर को सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ निर्देशन: फ्रॉम द शैडो
फ्रॉम द शैडो को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म: जुन्योटा
जुन्योटा को सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म: द कोकोनट ट्री
द कोकोनट ट्री को सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म का पुरस्कार मिला।
सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म: ऑन द ब्रिंक सीजन 2 – घरियल
ऑन द ब्रिंक सीजन 2 – घरियल को सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री: मर्मर्स ऑफ द जंगल
मर्मर्स ऑफ द जंगल को सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार मिला।
फिल्म लेखन
सर्वश्रेष्ठ आलोचक: दीपक दुआ
दीपक दुआ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म आलोचक का पुरस्कार मिला।
सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक: किशोर कुमार: द अल्टीमेट बायोग्राफी
किशोर कुमार: द अल्टीमेट बायोग्राफी को सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार मिला।
70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने एक बार फिर भारतीय सिनेमा की विविधता और गहराई को प्रदर्शित किया। विभिन्न भाषाओं और शैलियों की फिल्मों को सम्मानित करते हुए, इन पुरस्कारों ने भारतीय फिल्म उद्योग के उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को दिखाया है। ये पुरस्कार न केवल कलाकारों और तकनीकी दलों के लिए एक मान्यता है, बल्कि यह दर्शकों के लिए भी भारतीय सिनेमा की अनूठी यात्रा को समझने का एक माध्यम है।
Also Read: Sona Dey Viral MMS Video: जाने वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई